शोरबे के शोरबे का शोरबा

 शोरबे के शोरबे का शोरबा

शोरबे के शोरबे का शोरबा


आफन्ती शिकार खेलने गया तो उसे एक जंगली बकरी मिली। वह उसे मारकर घर ले गया। पत्नी ने बकरी का मांस एक देगची में पकाया। आफन्ती ने अपने कुछ जिगरी दोस्तों को दावत दी और सबने मिलकर जंगली बकरी का मांस खाया।


दूसरे दिन कुछ आवारा नौजवान आफन्ती के घर आ पहुंचे और बोले: "आफन्ती भाई, हम तुम्हारे दोस्त के दोस्त हैं। सुना है तुम एक जंगली बकरी मारकर लाए हो। हमें नहीं खिलाओगे?"


"बहुत अच्छा, आओ बैठो!" आफन्ती ने बकरी की बचीखुची हड्डियों को देगची में डालकर उबाल लिया और हरेक को एक-एक कटोरा शोरबा थमाकर बोलाः "लो पियो, यह गरमागरम शोरबा पियो।"


"यह किस चीज का शोरबा है, आफन्ती?" उन्होंने पूछा।


"तुम लोग मेरे दोस्त के दोस्त हो. इसलिए मैं तुम्हें बकरी के मांस के शोरबे का शोरबा पिला रहा हूं।" आफन्ती ने उत्तर दिया।


आवारा नौजवानों को एक-एक कटोरा शोरबा पीकर अपनी राह लेनी पड़ी।


तीसरे दिन, दूर से कुछ घुड़सवार अजनबी आफन्ती के पास आए और अपना परिचय स्वयं कराते हुए बोले: "आफन्ती, हम सब तुम्हारे दोस्त के दोस्त के दोस्त हैं। सुना है तुमने एक मोटी-ताजी जंगली बकरी का शिकार किया है। उम्मीद है हमारी खातिर करने में कंजूसी नहीं करोगे।"


आफन्ती ने उन सबको अपने कमरे में बिठा दिया। फिर एक बड़े से तसले में गन्दा पानी भरकर उनके सामने रख दिया। हरेक के कटोरे में एक-एक करछी गन्दा पानी डालकर वह बोला:


"तुम लोग मेरे माननीय मेहमान हो, मेरे दोस्त के दोस्त के दोस्त हो। इसलिए मैं तुम्हें बकरी के मांस के शोरबे के शोरबे का शोरबा पिला रहा हूं!"


दस्तखत


एक बार एक सेठ आफन्ती से मिलने गया। पर आफन्ती के दरवाजे पर ताला लगा था। सेठ ने इसे अपनी बेइज्जती समझा। अपना गुस्सा उतारने के लिए उसने दरवाजे पर टेढ़े-मेढ़े अक्षरों में "गधा" लिख दिया।


दूसरे दिन बाजार में उसकी भेंट आफन्ती से हो गई। आफन्ती तपाक से बोला:


"सेठ जी, आपसे माफी चाहता हूं। कल जब आप मुझसे मिलने आए, संयोग से उस समय मैं घर पर नहीं था।"


सेठ हैरान हो गया। उसने आफन्ती से पूछाः "लेकिन तुम्हें यह कैसे मालूम हुआ कि मैं तुमसे मिलने आया था?" "हा-हा-हा!" आफन्ती ठहाका मारकर हंस पड़ा। "इसमें ताज्जुब की क्या बात है? क्या आप मेरे दरवाजे पर दस्तखत नहीं कर गए थे?"

Comments

Popular posts from this blog

बादशाह के कठिन सवाल और आफनती

मुर्ख बनाने वाली गियान की बातें

मूर्ख बादशाह और आफनती

अन्दर रहना ठीक नहीं हिंदी कहानी

खुदा का पैगाम हिंदी मजेदार कहानियां

खरबूजों के दाम हिंदी कहानी

खिड़की पर सिर देसी कहानियाँ

सबसे ज्यादा खुशी का दिन

तपस्या का बेहतरीन तरीका कहानी

उड़ने वाला घोड़ा देसी कहानियाँ